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हर महीने में कृष्ण पक्ष की अष्टमी को कालाष्टमी व्रत रखा जाता है। कालाष्टमी इस बार 5 दिसबंर को है। इस दिन भगवान शिव का रौद्र रूप कालभैरव की पूजा की जाती है। कालभैरव महादेव के पाँचवे अवतार है । । ये अपने भक्तों की सदैव रक्षा करते हैं साथ ही भगवान भैरव के भक्तों का अनिष्ट करने वालों को तीनों लोकों में कोई शरण नहीं दे सकता। काल भी इनसे डरता है , इसलिए इन्हें कालभैरव कहा जाता है। इस दिन बाबा काल भैरव की पूजा करने से जीवन के सभी कष्ट दूर हो जाते हैं
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