.
🕉️जयश्री राधेकृष्णा 🕉️
दैनिक पंचांग
02 फरवरी 2023 गुरुवार
☀️माह-------------माघ
☀️पक्ष-------------शुक्ल
☀️तिथि-द्वादशी - 16:28:59 तक
उपरांत त्रयोदशी तिथि प्रारंभ
☀️नक्षत्र-आर्द्रा- 30:18:31 तक
☀️करण-बालव - 16:28:59 तक
उपरांत कौलव करण प्रारंभ
☀️योग-वैधृति - 12:10:33 तक
उपरांत विष्कुंभ योग प्रारंभ
_________
🔯सूर्य व चन्द्र से संबंधित गणनाएँ-:
सूर्योदय-----------07:09:06
सूर्यास्त-----------18:00:54
चन्द्र राशि----------मिथुन
चन्द्रोदय--------14:54:59
चन्द्रास्त---------29:36:00
ऋतु-------------शिशिर
_______
🔯 महिना एवं वर्ष---:
शक सम्वत----------1944
विक्रम सम्वत--------2079
काली सम्वत--------5123
मास पूर्णिमांत-------माघ
मास अमांत--------माघ
_________
⚫अशुभ समय (अशुभ मुहूर्त)-:
दुष्टमुहूर्त-10:46:22 से 11:29:49 तक,
15:07:05 से 15:50:32 तक
कुलिक-10:46:22 से 11:29:49 तक
कंटक-15:07:05 से 15:50:32 तक
राहु काल-13:56 से 15:17 तक
कालवेला /अर्द्धयाम-16:33 से 17:17 तक
गुलिक काल-09:52:03 से 11:13:32 तक
⭕दिशा शूल-------दक्षिण
________
🔯शुभ समय (शुभ मुहूर्त)--:
ब्रह्म मुहूर्त 5:00 से 6:00 तक
अभिजीत-12:13 से 12:56 तक
गोधूलि बेला 17:56 से 18:23 तक
________
🔯आज के व्रत-त्योहार-:
भीम द्वादशी व प्रदोष व्रत
________
प्रदोष व्रत-:
जिस दिन त्रयोदशी तिथि प्रदोष काल के समय व्याप्त होती है उसी दिन प्रदोष काल का व्रत किया जाता है, जब त्रयोदशी और प्रदोष साथ- साथ होते हैं वह समय शिव पूजा व गुरु पूजा के लिए सर्वश्रेष्ठ होता है।
➖➖➖➖➖➖➖
हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे।
हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे।।
🕉️
योगेंद्र कुमार शर्मा
8949548644
दैनिक पंचांग
02 फरवरी 2023 गुरुवार
☀️माह-------------माघ
☀️पक्ष-------------शुक्ल
☀️तिथि-द्वादशी - 16:28:59 तक
उपरांत त्रयोदशी तिथि प्रारंभ
☀️नक्षत्र-आर्द्रा- 30:18:31 तक
☀️करण-बालव - 16:28:59 तक
उपरांत कौलव करण प्रारंभ
☀️योग-वैधृति - 12:10:33 तक
उपरांत विष्कुंभ योग प्रारंभ
_________
🔯सूर्य व चन्द्र से संबंधित गणनाएँ-:
सूर्योदय-----------07:09:06
सूर्यास्त-----------18:00:54
चन्द्र राशि----------मिथुन
चन्द्रोदय--------14:54:59
चन्द्रास्त---------29:36:00
ऋतु-------------शिशिर
_______
🔯 महिना एवं वर्ष---:
शक सम्वत----------1944
विक्रम सम्वत--------2079
काली सम्वत--------5123
मास पूर्णिमांत-------माघ
मास अमांत--------माघ
_________
⚫अशुभ समय (अशुभ मुहूर्त)-:
दुष्टमुहूर्त-10:46:22 से 11:29:49 तक,
15:07:05 से 15:50:32 तक
कुलिक-10:46:22 से 11:29:49 तक
कंटक-15:07:05 से 15:50:32 तक
राहु काल-13:56 से 15:17 तक
कालवेला /अर्द्धयाम-16:33 से 17:17 तक
गुलिक काल-09:52:03 से 11:13:32 तक
⭕दिशा शूल-------दक्षिण
________
🔯शुभ समय (शुभ मुहूर्त)--:
ब्रह्म मुहूर्त 5:00 से 6:00 तक
अभिजीत-12:13 से 12:56 तक
गोधूलि बेला 17:56 से 18:23 तक
________
🔯आज के व्रत-त्योहार-:
भीम द्वादशी व प्रदोष व्रत
________
प्रदोष व्रत-:
जिस दिन त्रयोदशी तिथि प्रदोष काल के समय व्याप्त होती है उसी दिन प्रदोष काल का व्रत किया जाता है, जब त्रयोदशी और प्रदोष साथ- साथ होते हैं वह समय शिव पूजा व गुरु पूजा के लिए सर्वश्रेष्ठ होता है।
➖➖➖➖➖➖➖
हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे।
हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे।।
🕉️
योगेंद्र कुमार शर्मा
8949548644
Post A Comment: