श्रीमद्भगवद्गीता पंद्रहवा (15 ) श्लोक fifteenth Shlok News And Views at नवंबर 26, 2022 गीतासार श्लोक, Geeta saar shlok, Latest, . पाञ्चजन्यं हृषीकेशो देवदत्तं धनञ्जयः ।पौण्ड्रं दध्मौ महाशंख भीमकर्मा वृकोदरः ॥ भावार्थ : श्रीकृष्ण महाराज ने पाञ्चजन्य नामक, अर्जुन ने देवदत्त नामक और भयानक कर्मवाले भीमसेन ने पौण्ड्र नामक महाशंख बजाया॥15॥ Nextनई पोस्ट Previousपुरानी पोस्ट HINDU ASTHA हमारी कोशिश आपको सही बात पहुंचाने की है . गीतासार श्लोक Geeta saar shlok Latest
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