आठवाँ श्लोक Unknown at फ़रवरी 14, 2015 गीतासार श्लोक, Geeta saar shlok, Latest, . भवान्भीष्मश्च कर्णश्च कृपश्च समितिञ्जयः । अश्वत्थामा विकर्णश्च सौमदत्तिस्तथैव च ॥ भावार्थ : आप-द्रोणाचार्य और पितामह भीष्म तथा कर्ण और संग्रामविजयी कृपाचार्य तथा वैसे ही अश्वत्थामा, विकर्ण और सोमदत्त का पुत्र भूरिश्रवा॥8॥ Nextनई पोस्ट Previousपुरानी पोस्ट HINDU ASTHA हमारी कोशिश आपको सही बात पहुंचाने की है . गीतासार श्लोक Geeta saar shlok Latest
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