भीलवाड़ा । देवरियाबालाजी के पास महेश भवन में आयोजित हो रही श्री राम कथा में गुरुवार को राम-सीता के विवाह की झांकी सजाई गई। भगवान राम द्वारा धनुष भंग करने के बाद गाजे बाजे के साथ भगवान की बारात आई। जिसमें महिलाएं पुरुष नृत्य करते हुए चल रहे थे। आयोजक मिलाप चंद पोरवाल ने बताया कि इस अवसर पर व्यासपीठ से कृष्ण किंकर महाराज ने गुरु की महत्ता बताई। उन्होंने कहा कि गुरु की आज्ञा को राजा महाराजा भी नहीं टालते थे। साथ ही कहा कि इंसान वही जो दूसरों के काम आए। सायंकालीन सत्र में अर्जुन राम महाराज ने नानी बाई रो मायरो कथा का वाचन किया। महाराज ने कहा कि नरसी का चरित्र कलयुग में प्रभु से अटूट रिश्ता जोड़े रखने की प्रेरणा देता है।