कार्तिक पूर्णिमा के स्रान के लिए भारी संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ पुष्कर पहुंच गई है। बुधवार को देर रात तक डेढ़ लाख से अधिक लोग पुष्कर पहुंच चुके थे। बस, जीप, ट्रेक्टर और जिसे कोई साधन उपलब्ध नहीं हो वह पैदल ही आ रहा है। बुधवार को दिन भर श्रद्धालु पुष्कर आते रहे हंै। देर रात तक पुष्कर की होटलें, धर्मशालाएं और यहां तक कि सरोवर किनारें घाटों तक पर श्रद्धालु अपना डेरा जमा चुके थे।
3 नवम्बर से आरंभ हुए पंचतीर्थ स्रान के लिए घाटों पर उमड़ती भीड़ और उन्हे पूजा अर्चना करवाते पंडों के मंत्रोच्चारण की आवाजें इस धार्मिक नगरी में निरंतर गूंज रही है। इसके अलावा जगतपिता ब्रह्माजी के मंदिर और रंगजी के मंदिर में श्रद्धालुओं की कतारें अपनी बारी के इंतजार में बढ़ती ही जा रही है। शांति की खोज और आध्यत्मिकता की तलाश में आने वाले पर्यटकों का रुझान मेले के दौरान पुष्कर की रंगीनियों में बदल जाता है। मेले में यहां सैंकड़ों की संख्या में विदेशी सैलानी जमा है।
अलसुबह शुरू हो जाएगा कार्तिक पूर्णिमा स्नान----------गौरतलब है कि गुरुवार को कार्तिक पूर्णिमा का स्रान पुष्कर सरोवर में प्रात: 2 - 3 बजे से ही प्रारम्भ हो जाता है । सरोवर के चारों और स्थित 52 घाटों पर पूरे इंतजाम किए है रोशनी की व्यापक व्यवस्था की है। गहरे पानी में लाल रंग की झण्डियां लगायी गई है तथा स्रान करने वालों की सुविधा के लिए रस्से बांधें गये है। महिला घाटों पर महिला पुलिस कर्मियों की व्यवस्था की गई है। कार्तिक पंचतीर्थ स्रान का कल आखरी स्रान है । इस अवसर पर पुण्य कमाने के लिए आज सांयकाल से ही श्रद्धालुओं का पुष्कर पहुंचना शुरू हो गया है। मेला मैदान में चोरों तरफ रौनक बढ़ रही है।