भीलवाड़ा । अग्रवाल उत्सव भवन में सोमवार शाम आयोजित महारास मयूर नृत्य में दिल्ली से आए कलाकारों ने राधा कृष्ण की रासलीला मयूर नृत्य की प्रस्तुति देकर समां बांध दिया। आयोजन के दौरान भक्तों ने भी नृत्य किया। अवसर था, कोगटा परिवार की ओर से आयोजित हो रहे श्रीमद भागवत कथा ज्ञान यज्ञ का। आयोजन के तहत सायंकालीन कार्यक्रम में श्री कृष्ण-राधा सुदामा की झांकियां देख दर्शक भक्ति के सागर में सरोबार हो गए। साथ ही फूलों की होली की प्रस्तुति ने लोगों का दिल जीत लिया। कान्हा इवेंट की शिखा नवल जागेटिया पंकज शर्मा ने बताया कि बृज के रसियाओं पर कलाकारों ने सुदामा चरित्र, छप्पन भोग तथा माखन लीला का भी प्रदर्शन किया। आयोजन के तहत मंगलवार शाम 7.30 बजे सुंदरकांड पाठ का आयोजन होगा।
स्वभाव बनाता स्वर सुंदरःः श्रीमदभागवत कथा के दूसरे दिन राधा कृष्ण महाराज ने कहा कि जिनका स्वभाव अच्छा होता है, वो सुरीले होते हैं। स्वभाव सुंदर तो स्वर भी सुंदर। उन्होंने कहा कि जिन बातों से हमारा भगवान से प्रेम बड़ता है, हमें उनके नजदीक जाना चाहिए। महाराज श्री ने कहा कि तर्पण से पूर्वज तप्त तो हो जाते हैं लेकिन प्रसन्न नहीं। लेकिन जब उसकी संतान भजन कीर्तन में लग जाए, तब पितृ प्रसन्न होते हैं। आयोजक बाबू लाल कोगटा ने बताया कि कथा सुबह9.30 से दोपहर एक बजे तक हो रही है।